अनामिका, दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेज़ी सहित्य पढ़ाती है। जॉन डन के रिसेप्शन पर इनका शोध प्रबंध चर्चित रहा है। Treatment of Love and Death in Post War Women Poets पर इन्हें Delitt की उपाधि मिली, उसके बाद हिंदी में भी इन्होंने स्त्री भाषा आदि पर कई पुस्तकें लिखीं जिनमें प्रमुख हैंः स्त्रीत्व का मानचित्र, त्रिया चरित्रम: उत्तर कांड, स्वाधीनता का स्त्री पक्ष आदि।
अनामिका को आठ कविता संकलनों और छः उपन्यासों पर चौदह राष्ट्रीय पुरस्कार मिले हैं। कविता संकलनों में प्रमुख हैं।: बीजाक्षर, अनुष्टुप, खुरदरी हथेलियाँ, दूब-धान और टोकरी में दिगंत। उपन्यासों में प्रमुख हैं: दस द्वारों का पिंजरा, तिनका तिनके पास, चल खुसरो घर आपने आदि। पुरस्कारों में प्रमुख हैं: भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार, साहित्यकार सम्मान, रज़ा फाउण्डेशन अवार्ड, सावित्रीबाई फुले सम्मान आदि। इनकी रचनाओं के डेनिश, नोर्वेजी, जर्मन, रूसी, मलयाली, पंजाबी, बंगाली और मराठी अनुवाद उपलब्ध हैं। Translating Racial Memory and Feminist Poetics, Where Kingfishers Catch Fire र्शीषक आलोचना ग्रंथ भी चर्चित रहे हैं।