अर्पण कुमार
संक्षिप्त परिचय :
जन्म : 14 फरवरी 1977
कविता-संग्रह :
नदी के पार नदी (2002)
मैं सड़क हूँ (2011)
पोले झुनझुने(2018)
सह-अस्तित्व (2020)
उपन्यास :
पच्चीस वर्ग गज़ (2017)
आलोचना/संपादन :
आत्मकथा का आलोक (2020)
सुदीर्घ आलोचनापरक आलेख विभिन्न पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशित।
कथेतर गद्य :
कुछेक यात्रा-संस्मरण प्रकाशित।
संयोजन/संपादन :
जनसुलभ पुस्तकालय (साहित्यिक-सांस्कृतिक मंच)
महत्त्वपूर्ण भागीदारी :
* हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा आयोजित निराला साहित्य पर्व प्रथम के अंतर्गत युवा कविता-पाठ
*सार्क सूफ़ी महोत्सव,जयपुर
* रज़ा फ़ाउण्डेशन और कृष्णा सोबती-शिवनाथ निधि द्वारा आयोजित युवा 2022, मंडला
* विश्वरंग 2022, भोपाल
प्रसारण :
*कविताएँ/कहानियाँ आकाशवाणी के दिल्ली, जयपुर एवं बिलासपुर केंद्रों से प्रसारित।
*दूरदर्शन के जयपुर और जगदलपुर केंद्रों से कविताओं का प्रसारण।
*रचना केंद्रित संवाद , दूरदर्शन के जगदलपुर केंद्र एवं पत्रिका टीवी, जयपुर से प्रसारित।
विशेष रूचि (फ़ोटोग्राफी) :
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं और पुस्तकों के आवरण में चित्रों का उपयोग l