प्रयाग शुक्ल
कवि-कथाकार-अनुवादक-कला समीक्षक, क्यूरेटर, चित्रकार। जगदीश स्वामीनाथन की जीवनी समेत, हुसेन, रामकुमार, अंबादास, मनजीत बावा पर पुस्तकें उपलब्ध। ‘कला की दुनिया में’ और ‘आज की कला’ में कला और कलाओं पर लेख संकलित हैं। फिल्म और थियेटर पर भी लिखते रहे हैं। ‘जीवन को गढ़ती फिल्में’ और ‘रंग तेंडुलकर’ इन विधाओं की पुस्तकें हैं। 2009 में लंदन बुक फेअर, और 2012 में फ्राकफ्रर्ट बुक फेअर में शिरकत। ‘कल्पना’, ‘दिनमान’, नवभारत टाइम्स के संपादकीय विभाग में रहे हैं। ‘रंगप्रसंग’ और ‘संगना’ के पूर्व संपादक। 2005 में ‘कल्पना काशी अंक’ का संपादन। बच्चों के लिए लिखने में भी विशेष रूचि-उनके लिए कविताओं के 12 संग्रह प्रकाशित। देश-विदेश की बहुतेरी यात्राएं।