सन्तोष अर्श
का जन्म अवध में बाराबंकी जनपद के एक गाँव मँझपुरवा (1987) में हुआ। छोटी उम्र से लेखन और लखनऊ में फ़्रीलासिंग। मूलतः कवि, आलोचना और सम्पादन में भी सक्रिय। जनकवि रमाशंकर यादव 'विद्रोही' पर आधारित पुस्तक 'विद्रोही होगा हमारा कवि' (2020) का सम्पादन।
'आलोचना की दूसरी किताब' (2024) सद्य: प्रकाशित पुस्तक है।
जीविका अध्यापन से चलती है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा में असिस्टेंट प्रोफ़ेसर।